यष्टी लाक्षा टॅबलेट / Yashti Laakshaa
For Height Growth,
Hair Problems,
Bone Degenerative Diseases &
Recurrent Heavy Bleeding
न मात्रामात्रमप्यत्र किञ्चिदागमवर्जितम्|
यष्टी & लाक्षा
1.
भग्नाधिकार मे उल्लेखित ये मुख्य दो द्रव्य है , जो आभ्यंतर प्रयोग के रूप मे उपयोगी है …
2.
लाक्षा का सप्तधा बलाधान नही कर सकते, क्यू कि वह एक निर्यास है
3.
लाक्षा संधानकारी अग्रे द्रव्य है … कृमिजा संधाने अष्टांगहृदय उत्तर तंत्र अध्याय 40 श्लोक 48 से 58
&
4.
यष्टी चरकोक्त महाकषायों मे सर्वाधिक बार रिपीटेड द्रव्य है
5.
और यष्टी का अग्रेसंग्रह चरक सूत्र 25 मे सबसे दीर्घ = लंबा है …
6.
मधुकं 1 चक्षुष्य 2 वृष्य 3 केश्य 4 कण्ठ्य 5 वर्ण्य 6 विरजनीय & 7 रोपणीयानां,
7.
अर्थात यह अस्थिधातुगामी है
और
8.
यष्टी स्पष्ट रूप मे भग्नाधिकार मे उल्लेखित है
9.
यष्टी & लाक्षा का समप्रमाण मे बनाया हुआ म्हेत्रेआयुर्वेद MHETREAYURVEDA फार्मसी का यष्टी लाक्षा टॅबलेट अत्यंत उपयोगी सिद्ध होता है और केवल बोन डी जनरेशन ऐसे अस्थिक्षयजन्य वेदनाओं में ही नही अपितु,
10.
दंतरोग केशपतन खालित्य पालित्य इसमे भी म्हेत्रेआयुर्वेद MHETREAYURVEDA फार्मसी का यष्टी लाक्षा टॅबलेट का प्रयोग पंचतिक्त या यष्टी गुडूची क्षीरपाक ग्रॅन्युल्स Granules के साथ लाभदायक होता है
11.
इसका अनुकूल परिणाम हेमंत और शिशिर इन शीत ऋतुओ मे = नोव्हेंबर डिसेंबर जानेवारी फेब्रुवारी = मार्गशीर्ष पौष माघ फाल्गुन इस काल मे सर्वाधिक होने की संभावना रहती है !
12.
मात्र 6 से 12 सप्ताह (= मात्र 1.5 महिने से 3 महिने) के उपचार कालावधी मे इसमे अपेक्षित लाभदायक परिणाम प्राप्त होता है
13.
इसी प्रयोग से, जिस वय में हाईट बढना संभव 📶⏫️⤴️⬆️🔝🔜 है, किंतु फिर भी अपेक्षित हाईट वृद्धी नही हो रही है, ऐसे वय के युवाओं की युवतीयोंकी की हाईट अपेक्षित या उसे भी अधिक बढ सकती है
14.
अर्थात इसमे अस्थिक्षयकारी अस्थिवृद्धीविरोधक ऐसे अम्लरस कटुरस लवणरस के अन्नपदार्थों का, पर्युषित अन्न (अर्थात निशोषित अर्थात बासे स्टेल stale) , मैदा कॉर्नफ्लोअर बेकरी जन्य पदार्थों का तथा तंबाखू मद्य जैसे द्रव्य का सेवन पूर्णतः वर्ज्य होना आवश्यक होता है. साथ ही क्षीरौदन क्षीरघृत इनका अपानकाल में सेवन लाभदायक सिद्ध हो सकता है.
15.
हाईट बढाने के औषध उपचार के प्रयोग कालावधी मे रनिंग करना जंपिंग करना स्किपिंग रोप का प्रयोग करना सिंगलबार पर लटकना यह प्रकार वर्ज्य करे!
16.
एवं भी पांव, घुटने, कमर, मणके, व्हर्टेब्रा, लो बॅक, मन्या, इनकी वेदनाओ में तथा सायटिका लंबार स्पॉंडिलाॅसिस सर्वायकल स्पॉंडिलॉसिस स्कंध वेदना फ्रोजन शोल्डर इन सभी अस्थिक्षयजन्य वेदना मे,
उपरोक्त रनिंग करना जंपिंग करना स्किपिंग रोप का प्रयोग करना सिंगलबार पर लटकना यह प्रकार वर्ज्य करे!
तथा बॅडमिंटन टेबल टेनिस लॉन टेनिस क्रिकेट ट्रेकिंग फुटबॉल व्हॉलीबॉल स्टेप चढना उतरना दस किलो से अधिक वजन बोज भार वेट उठाना, यह जितना हो सके उतना बंद रखे
🤔⁉️ क्यूं ?
हाईट बढना अर्थात फीमर और टीबिया इनकी length बढना. सिंगल बार पर लटकने से हाथ की length बढेगी , तो हाईट नही बढेगी और ना ही सिंगलबार पर लटकने से femur tibia length बढेगी
जम्पिंग इत्यादी व्यायाम करने से फिमर और टीबीया के बोन्स तथा उनकी संधी ऊपर अनावश्यक जर्क प्रेशर आता है और वही पर हाईट बढने के वय मे एपीफायसीस मे मार्जिन गॅप रहता है जिससे हाईट बढना संभव होता है
17.
यष्टी रोपण व शीत है
18.
लाक्षा संधानकारी है
19.
इसलिये अति रक्तस्राव मे भी स्तंभन के रूप मे इसका उपयोग होता है , जैसे कि योनिगत, नासागत, गुदगत, कंठगत (oesophagial varices), दीर्घकालीन री करंट पुनरावर्तक अतिप्रमाण रक्तस्राव मे भी यह उपयोगी है
20.
इन रक्तस्त्रावों में , यष्टी लाक्षा के साथ, यष्टी सारिवा यह भी सप्तधा बलाधान टॅबलेट उपयोगी होती है. विशेषतः क्षोभ शोक स्ट्रेस ऐसे वैचारिक भावनिक बौद्धिक प्रक्षोभक तथा बाह्य वातावरण के उष्ण तीक्ष्ण गुणयुक्त तथा कटु अम्ल लवण उष्णयुक्त आहारजन्य , दाह पाक आभ्यंतर व्रण ऐसे कंप्लेंट मे भी यष्टी सारिवा उपयोगी है
यष्टी सारिवा सप्तधा बलाधान टॅबलेट article blog लेख
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21.

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